मंगलवार, 10 जनवरी 2012

फुरसत के पल

ये पल बहुत ही हसीन होते हैं ... जब रोज़मर्रा की जिंदगी से आदमी तंग आ जाता है तब ये क्षण उसे एक नया उत्साह प्रदान करते हैं . प्रत्येक व्यक्ति को इस क्षण की खूबसूरती का आनंद उठाना चाहिए . 
आज इस महंगाई और प्रतिस्पर्धा  के जमाने में हर व्यक्ति आगे निकलना चाहता है . वह मशीनों के साथ काम कर करके एक मशीन बन चुका है . समय  का पहिया आगे बढ़ जाने पर सिर्फ पछतावा ही हाथ आएगा .... 
इसलिए सभी परेशानियों को ताक पर रखकर जीवन जीने का तरीका बदलना चाहिए ....उन्हें हम पर हावी नहीं होने देना चाहिए . ये तभी संभव है जब हम जीवन में नए रंग भरें .. उसे रंगीला बनायें .. इसतरह  हम फुरसत के पलों को जीवन में स्थान दे कर  वो सब खुशियाँ हासिल कर पाएंगे जो हम चाहते हैं .... 


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